यंत्रोद्धारक हनुमान स्तोत्र | Yantrodharaka Hanuman Stotra
नमामि दूतं रामस्य सुखदं च सुरद्रुमम् ।श्री मारुतात्मसम्भूतं विद्युत्काञ्चन सन्निभम् ॥ 1 ॥ नानारत्नसमायुक्त-कुण्डलादिविराजितम् ।द्वात्रिम्शल्लक्षणोपेतं स्वर्णपीठविराजितम् ॥ 2 ॥ वासिनं …
नमामि दूतं रामस्य सुखदं च सुरद्रुमम् ।श्री मारुतात्मसम्भूतं विद्युत्काञ्चन सन्निभम् ॥ 1 ॥ नानारत्नसमायुक्त-कुण्डलादिविराजितम् ।द्वात्रिम्शल्लक्षणोपेतं स्वर्णपीठविराजितम् ॥ 2 ॥ वासिनं …
श्रीपराशर उवाचशृणु मैत्रेय विप्रर्षे स्तोत्रं श्रीहनुमत्परम् ।कृतं सर्ववानरैश्च श्रीवानरगीताभिदम्॥ स्तोत्रं सर्वोत्तमं चैव हनुमत्तत्त्वदर्शनम् ।सर्वमायहरं चैव आधिव्याधिविनाशनम्॥ अगस्त्येन पुरा प्रोक्तं सर्वेषां …
एकदा सुखमासीनं शंकरं लोकशंकरम्।प्रपच्छ गिरिजा कान्तं कर्पूरधवलं शिवं॥ ॥ पार्वत्युवाचः॥भगवान देवदेवेश लोकनाथ जगत्प्रभो,शोकाकुलानां लोकानां केन रक्षा भवेद्भव॥ संग्रामे संकटे घोरे …
हनुमान अमृतवाणी – Hanuman Amritwani Part 1 भक्त राज हनुमान कासुमिरण है सुख कारजीवन नौका को करेभव सिन्धु से पार …
भीमरूपी महारुद्रा, वज्रहनुमान मारुती।वनारी अंजनीसूता रामदूता प्रभंजना॥१॥ महाबळी प्राणदाता, सकळां उठवी बळें।सौख्यकारी दुःखहारी, दुत वैष्णव गायका॥२॥ दीनानाथा हरीरूपा, सुंदरा जगदांतरा।पाताळदेवताहंता, …
सुंदरकांड की आरती को प्रायः सुंदरकाण्ड के पाठ के बाद गाया जाता है। इसका प्रतिदिन पाठ करने से मन की …
॥ दोहा॥ श्री गुरु चरण चितलाय के, धरे ध्यान हनुमान।बालाजी चालीसा लिखे ,दास स्नेही कल्याण॥ विश्व विदित वर दानी,संकट हरण …
जय हनुमत बाबा,जय जय हनुमत बाबा।रामदूत बलवन्ता,रामदूत बलवन्ता,सब जन मन भावा।जय जय हनुमत बाबा। अंजनी गर्भ सम्भूता,पवन वेगधारी,बाबा पवन वेगधारी।लंकिनी …
ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय …
अति सुख कौसल्या उठि धाई।मुदित बदन मन मुदित सदनतें,आरति साजि सुमित्रा ल्याई॥ जनु सुरभी बन बसति बच्छ बिनु,परबस पसुपतिकी बहराई।चली …
स्वस्ति श्री गणनायकं गजमुखं, मोरेश्वरं सिद्धिदं ।बल्लाळो मुरुडं विनायकमहं, चिन्तामणि स्थेवरं ॥ लेण्याद्रिं गिरिजात्मकं सुरवरदं, विघ्नेश्वरम् ओज़रम् |ग्रामे रांजण संस्थितम् …
॥ श्री तुलसी प्रणाम ॥ वृन्दायै तुलसी देव्यायैप्रियायै केशवस्यच कृष्ण भक्ती प्रदे देवीसत्य वत्यै नमो नमः ॥ श्री तुलसी आरती …
ॐ जय जय सुर रक्षक असुर विनाशक,पद्मावत के प्यारे॥ जय जय श्री कल्कि भक्त हितकारी,दुष्टन मारन हारे॥ जय जय खड्गधारी …
जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे …
“मैं हूँ बुद्धि मलीन अति, श्रद्धा भक्ति विहीन I करूं विनय कछु आपकी, हौं सब ही विधि दीन II जै …