bhaktikishakti.com
धर्मराज आरती - धर्मराज कर सिद्ध काज
धर्मराज कर सिद्ध काज धर्मराज कर सिद्ध काज,प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी ।पड़ी नाव मझदार भंवर में,पार करो, न करो देरी ॥॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥