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अयि गिरि नन्दिनी नन्दिती महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम
महिषासुर मर्दिनी अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते