नम: श्रीकृष्णचन्द्राय परिपूर्णतमाय च ।
असंख्याण्डाधिपतये गोलोकपतये नम: ॥१॥
 
श्रीराधापतये तुभ्यं  व्रजाधीशाय ते नम: 
 नम: श्रीनन्दपुत्राय यशोदानन्दनाय च ॥२॥
 
देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते ।
यदूत्तम जगन्नाथ पाहि मां पुरुषोत्तम ॥३॥

वाणी सदा ते  गुणवर्णने स्यात्
कर्णौ कथायां  ममदोश्च कर्मणि ।
 
मन: सदा त्वच्चरणारविन्दयो
र्दृशौ स्फुरद्धामविशेषदर्शने ॥४॥
(गर्ग०, मथुरा० ५।९-१२ )
 
॥ इति श्रीगर्गसंहितायां मथुरा खण्डे अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति:॥
अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति:
अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति:

अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति: के लाभ

  • अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति: बहुत ही चमत्कारी पाठ है
  • अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति: करने से हर बीमारी से निजात मिलती है
  • अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति: करने से सकरात्मक ऊर्जा का वास होता है
  • इस स्तुति को करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है
  • यह स्तुति बहुत ही शक्तिशाली है
  • यह स्तुति कृष्णा जी का ध्यान करके लिखा गया है
  • अक्रूर कृत श्रीकृष्ण स्तुति:करने से कृष्णा जी प्रसन होते है

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FAQ’S

  1. कृष्णा जी का दूसरा नाम क्या है?<br>

    कृष्णा जी का दूसरा नाम घनश्याम है

  2. श्री कृष्णा जी का जन्म कितने सालो पहले हुआ था?<br>

    श्री कृष्णा जी का जन्म पांच हज़ार साल पहले हुआ था


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