संकटा माता चालीसा | Sankata Mata Chalisa
संकटा माता चालीसा ।।दोहा।। जगत जननि जगदम्बिके, अरज सुनहु अब मोर।बंदौ पद-युग नाइ सिर,विनय करों कर जोर।। ।।चौपाई।। जय जय …
संकटा माता चालीसा ।।दोहा।। जगत जननि जगदम्बिके, अरज सुनहु अब मोर।बंदौ पद-युग नाइ सिर,विनय करों कर जोर।। ।।चौपाई।। जय जय …
जय जय संकटा भवानी,करहूं आरती तेरी ।शरण पड़ी हूँ तेरी माता, अरज सुनहूं अब मेरी ॥जय जय संकटा भवानी..॥ नहिं …