बालाजी चालीसा | Balaji Chalisa
॥ दोहा॥ श्री गुरु चरण चितलाय के, धरे ध्यान हनुमान।बालाजी चालीसा लिखे ,दास स्नेही कल्याण॥ विश्व विदित वर दानी,संकट हरण …
॥ दोहा॥ श्री गुरु चरण चितलाय के, धरे ध्यान हनुमान।बालाजी चालीसा लिखे ,दास स्नेही कल्याण॥ विश्व विदित वर दानी,संकट हरण …
“मैं हूँ बुद्धि मलीन अति, श्रद्धा भक्ति विहीन I करूं विनय कछु आपकी, हौं सब ही विधि दीन II जै …
॥दोहा॥जय गणेश जय गज बदन,करण सुमंगल मूल।करहू कृपा निज दास पर,रहहू सदा अनूकूल॥ जय जननी जगदीश्वरी,कह कर बारम्बार।जगदम्बा करणी सुयश,वरणउ …
॥दोहा॥ गणपति की कर वन्दना, गुरु चरणन चित लाए Iप्रेतराज जी का लिखूँ, चालीसा हरषाए IIजय जय भूतादिक प्रबल, हरण …
॥ दोहा ॥जय जय जल देवता, जय ज्योति स्वरूप ।अमर उडेरो लाल जय,झुलेलाल अनूप ॥ ॥ चौपाई ॥ रतनलाल रतनाणी …
श्री गुरु गोरख नाथ चालीसा दोहा गणपति गिरजा पुत्र को सुमिरु बारम्बार | हाथ जोड़ बिनती करू शारद नाम आधार …
जाहरवीर गोगा चालीसा ॥ दोहा ॥सुवन केहरी जेवर सुतमहाबली रनधीर।बन्दौं सुत रानी बाछलाविपत निवारण वीर॥ जय जय जय चौहानवन्स गूगा …
कैला देवी चालीसा में चालीस छंदों में माता कैला देवी की स्तुति की गयी है। धर्म ग्रंथों के अनुसार माता …
परशुराम चालीसा ॥दोहा॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि,निज मन मन्दिर धारि।सुमरि गजानन शारदा,गहि आशिष त्रिपुरारि॥ बुद्धिहीन जन जानिये,अवगुणों का भण्डार।बरणौं …
शाकंभरी माता चालीसा ॥दोहा॥ बन्दउ माँ शाकम्भरी चरणगुरु का धरकर ध्यान।शाकम्भरी माँ चालीसा का करे प्रख्यान।। आनन्दमयी जगदम्बिका-अनन्त भंडार।माँ शाकम्भरी …
ललिता चालीसा Lalita Chalisa जयति जयति जय ललिते माता, तब गुण महिमा है विख्याता।तू सुन्दरि, त्रिपुरेश्वरी देवी, सुर नर मुनि …
वीरभद्र चालीसा ॥ दोहा ॥ वन्दो वीरभद्र शरणों शीश नवाओ भ्रात ।ऊठकर ब्रह्ममुहुर्त शुभ कर लो प्रभात ॥ज्ञानहीन तनु जान …
॥ दोहा ॥ श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं,चरणकमल धरिध्यान ।श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण,दीजै दया निधान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय …
पित्र देव चालीसा || दोहा || हे पितरेश्वर आपको दे दियो आशीर्वाद, चरणाशीश नवा दियो रखदो …
पितृ कवच कृणुष्व पाजः प्रसितिम् न पृथ्वीम् याही राजेव अमवान् इभेन। तृष्वीम् अनु प्रसितिम् द्रूणानो अस्ता असि विध्य रक्षसः …