योगिनी सिद्धा स्तोत्रम् | Siddha Stotra
ज्योतिष शास्त्र में योगिनी दशायें होती है। इन अष्ट योगिनियों को नवग्रहों की माता कहा जाता है। योगिनी सिद्धा शुक्र …
ज्योतिष शास्त्र में योगिनी दशायें होती है। इन अष्ट योगिनियों को नवग्रहों की माता कहा जाता है। योगिनी सिद्धा शुक्र …
योगिनी धान्या गुरू ग्रह की माता है। इनकी उपासना करने गुरू की दशा से उत्पन्न दुख और पीड़ा का निवारण …
योगिनी मंगला चन्द्रमा की माता है। चन्द्रमा को भगवान शिव ने अपने मस्तक पर धारण कर रखा है। चन्द्रमा बहुत …
योगिनी पिंगला सूर्य की माता है। सूर्य नवग्रहों में सबसे शक्तिशाली ग्रह है। इनकी उपासना करने समस्त कष्टों और पीडाओं …
योगिनी भ्रामरी मंगल ग्रह की माता है। मंगल को भूमिसुत भी कहा जाता है। योगिनी भ्रामरी की उपासना करने से …
योगिनी संकटा राहु-केतु ग्रह की माता है। इनकी उपासना करने राहु और केतु की दशा से उत्पन्न दुख और पीड़ा …
योगिनी भद्रिका बुध ग्रह की माता है। नियमित रूप से भद्रिका स्तोत्रम् का पाठ करने से हर क्षेत्र में विजय …
मंगलमय उल्का स्तोत्रम् ज्योतिष शास्त्र में योगिनी दशायें होती है। उन आठ योगिनी महादशाओं में से एक है योगिनी उल्का …