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भगवत गीता अध्याय 4 | भागवत गीता के श्लोक
भगवत गीता अध्याय 4 श्रीभगवानुवाच इमं विवस्वते योगं प्रोक्तवानहमव्ययम्।विवस्वान्मनवे प्राह मनुरिक्ष्वाकवेऽब्रवीत्॥४-१॥