108 फीट का हनुमान मंदिर करोल बाग़ नई दिल्ली : भक्ति का प्रतीक

108 फीट का हनुमान मंदिर करोल बाग़,नई दिल्ली,में हैं। इस मंदिर की सरंचना बहुत ही सूंदर तरीके से की गयी है । यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है, हनुमान जी हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय देवता हैं, जो अपनी अपार शक्ति, साहस और भगवान राम के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं। यह मंदिर भक्ति और आस्था का प्रतीक है और दुनिया भर से लाखों भक्तों और दिल्ली आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है।

हनुमान मंदिर का इतिहास और वास्तुकला

यह मंदिर वर्ष 2008 में ब्राह्मण नागबा श्री सेवागीर जी महाराज द्वारा स्थापित किया गया था । हालाँकि, इस प्रसिद्ध स्थल के बारे में जानने वाली एक दिलचस्प बात यह है कि झंडेवालान हनुमान मंदिर के निर्माण को पूरा होने में लगभग 13 साल लगे थे।

इस मंदिर में दुनिया की सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति बनाई गयी है। हनुमान जी की मूर्ति कंक्रीट और स्टील से बनी है और इसका बाहरी भाग सुंदर लाल और नारंगी रंग का है। मंदिर को आधुनिक शैली में बनाया गया है और इसमें एक बड़ा प्रांगण और कई प्रार्थना कक्ष हैं।

मंदिर की वास्तुकला पारंपरिक और आधुनिक शैलियों का मिश्रण है, जो इसे भक्तों के लिए अद्वितीय और आकर्षक बनाती है। इसमें जटिल नक्काशी और सुंदर कलाकृति है जो भारतीय संस्कृति और परंपरा की समृद्धि को प्रदर्शित करती है।

मंदिर के डिजाइन में वास्तु शास्त्र के तत्व भी शामिल हैं, जो वास्तुकला और डिजाइन का एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जो मंदिर के सामंजस्यपूर्ण ऊर्जा प्रवाह को सुनिश्चित करता है।

हनुमान जी की 108 फुट की मूर्ति क्यूँ बनाई गयी

हिंदू धर्म में 108 नंबर को पवित्र माना जाता है और इसका आध्यात्मिक महत्व माना जाता है। मंदिर की 108 फीट की ऊंचाई एक माला के 108 मनकों का प्रतिनिधित्व करती है, 108 माला का जाप जिसका उपयोग ध्यान और जप के लिए किया जाता है।

108 नंबर हिंदू ज्योतिष में नौ ग्रहों के साथ भी जुड़ा हुआ है, और हनुमान चालीसा, भगवान हनुमान को समर्पित एक चालीस छन्दों की स्तुति है , जिसको 108 बार जप करना सौभाग्य और समृद्धि लाने वाला माना जाता है।

शाम की आरती के दौरान, बड़ी संख्या में भक्त हनुमान जी के प्रतिष्ठित दृश्य को देखने के लिए इकट्ठा होते हैं, जहां इस 108 फुट मूर्ति के हाथ छाती को खोलते है,और भक्तों को भगवान राम और देवी सीता की मूर्तियों की झलक मिलती है।

यह वैसा ही है जैसे हनुमान जी ने भरी सभा में अपनी छाती चीरकर अपने ह्रदय में राम और सीता के दर्शन करवाए थे। इस मूर्ति का निर्माण भी उसी तरज़ पर किया गया है। जय श्री राम की गूँज के साथ हनुमान जी के हाथ खुलते है और बंद होते है।

हनुमान मंदिर के दर्शन

108 फीट का हनुमान मंदिर पूरे साल भक्तों के लिए खुला रहता है, और कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने जूते उतारने पड़ते हैं। मंदिर का कोई ड्रेस कोड नहीं है पर भी मंदिर की गरिमा को देखते हुए आप से निवेदन है की शालीन कपडे ही पहने।

मंदिर का वातावरण शांतिपूर्ण है, जो इसे ध्यान और प्रार्थना के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।

इस मंदिर के अन्दर माता वैष्णोदेवी की गुफा मंदिर भी बनाया गया है जो की बिल्कुल माता वैष्णो देवी कटरा के जैसा है। मंदिर में अन्दर प्रवेश करते ही सामने हनुमान जी की मूर्ती है। और बाई तरफ, राधा कृष्णा , राम दरबार , शिव पार्वती की मूर्तियां और एक छोटा सा चबूतरा है यहाँ सुंदरकांड का पाठ निरंतर किया जाता है।

मंदिर की दाईं तरफ, माँ काली , सरस्वती और माता लक्ष्मी की मूर्ति है। मंदिर में शनि देव का मंदिर है जो नव ग्रह के साथ है। इसलिए इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

मंदिर के प्रवेश द्वार का निर्माण इस तरह से किया गया है कि यह एक राक्षस के खुले मुंह जैसा दिखता है। शायद, यह उन असंख्य राक्षसों में से एक को दर्शाता है जिन पर भगवान हनुमान ने अपने पूरे जीवन काल में विजय प्राप्त की थी। या फिर लंका जाने के लिए समुन्द्र लाँगते हुए ,अपने बल, बुद्धि और विद्या का परिचय दिया था, राक्षशी सुरसा के मुहं के अन्दर से बाहर आ गए थे,यह निर्माण भी उसी के जैसा है।

इसके अलावा, मंदिर में एक पवित्र ज्योति भी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में ज्वालाजी मंदिर से लाया गया था।

हनुमान जयंती के त्योहार के दौरान, झंडेवालान हनुमान मंदिर दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक बन जाता है। इसके अलावा, इस मंदिर में मनाए जाने वाले अन्य त्योहारों में राम नवमी, शिवरात्रि, नवरात्रि और जन्माष्टमी हैं।

हनुमान मंदिर करोल बाग़ कैसे पहुंचे

१०८ फ़ीट हनुमान मंदिर , करोल बाग़ मेट्रो स्टेशन और झंडेवाला मेट्रो स्टेशन के बीच में पड़ता है। यहाँ दोनों मेट्रो स्टेशन में से किसी एक पर उतरकर आप पहुँच सकते है। सबसे नजदीक मेट्रो स्टेशन झंडेवालान का है। इस रूट के लिए आपको ब्लू लाइन मेट्रो लेनी होगी।

अगर बस से सफर कर रहे है तो झंडेवालान बस स्टॉप ही सबसे नज़दीक है, आप प्राइवेट टैक्सी या ऑटो से भी यहाँ पहुँच सकते है। ध्यान रहे , यह मंदिर सड़क के किनारे बना हुआ है , इसलिए यहाँ पार्किंग की सुविधा नहीं है।

निष्कर्ष

108 फीट का हनुमान मंदिर एक शानदार संरचना है जो दुनिया भर के लाखों लोगों की भक्ति और आस्था का प्रतिनिधित्व करता है। इसकी अनूठी वास्तुकला, आध्यात्मिक महत्व और शांतिपूर्ण वातावरण इसे दुनिया भर के भक्तों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनाते हैं।

108 फीट का हनुमान मंदिर करोल बाग़ नई दिल्ली
108 फीट का हनुमान मंदिर करोल बाग़ नई दिल्ली

FAQs

  1. करोल बाग में हनुमान मंदिर क्या है?

    करोल बाग में हनुमान मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो भगवान हनुमान को समर्पित है, वानर देवता जो अपनी शक्ति, साहस और भगवान राम की भक्ति के लिए पूजनीय हैं।

  2. हनुमान मंदिर कहाँ स्थित है?

    यह मंदिर मध्य दिल्ली के एक व्यस्त वाणिज्यिक और आवासीय क्षेत्र करोल बाग में स्थित है। मंदिर का सटीक पता हनुमान मंदिर रोड, करोल बाग, नई दिल्ली, दिल्ली 110005 है।

  3. हनुमान मंदिर के खुलने का समय क्या हैं?

    मंदिर प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है। हालांकि, त्योहारों और विशेष अवसरों के दौरान, मंदिर अधिक समय तक खुला रह सकता है।

  4. क्या हनुमान मंदिर में जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क है?

    नहीं, करोल बाग में हनुमान मंदिर जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। हालांकि, दान का हमेशा स्वागत है।

  5. हनुमान मंदिर जाने के लिए ड्रेस कोड क्या है?

    भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे मंदिर जाते समय शालीनता से कपड़े पहनें। घुटनों और कंधों को ढकने वाले कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले अपने जूते मंदिर के बाहर ही उतारें।

  6. हनुमान मंदिर की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

    मंदिर की मुख्य विशेषता भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति है, जो दुनिया की सबसे ऊंची हनुमान मूर्तियों में से एक है। मंदिर में हिंदू देवताओं की कई अन्य मूर्तियाँ, एक प्रार्थना कक्ष और एक बगीचा भी है।

  7. क्या हनुमान मंदिर जाने का कोई खास समय होता है?

    मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भीड़ रहती है, जो भगवान हनुमान की पूजा के लिए शुभ दिन माने जाते हैं। मंदिर हनुमान जयंती के दौरान भी बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है, जो अप्रैल या मई में मनाया जाता है।

  8. क्या हनुमान मंदिर के अंदर फोटोग्राफी की अनुमति है?

    हनुमान मंदिर के अंदर फोटोग्राफी की अनुमति है। भक्तों से अनुरोध है कि वे मंदिर के नियमों और विनियमों का पालन करें और स्थान की पवित्रता बनाए रखें।

  9. क्या मंदिर में दर्शन करने के बाद आस-पास के आकर्षण हैं?

    करोल बाग दिल्ली में एक लोकप्रिय खरीदारी का बाजार है,यहाँ पर गफ्फार मार्किट है जो दिल्ली की मोबाइल और मोबाइल एक्सेसरीज की सबसे बड़ी मार्किट है। आप आस-पास के बाजारों, रेस्तरां और कैफे का पता लगा सकते हैं। आसपास के अन्य आकर्षणों में झंडेवालान मंदिर, गुरुद्वारा बंगला साहिब और कनॉट प्लेस शामिल हैं।