माता कुष्मांडा देवी कवच !! कवच !! हसरै मे शिर: पातु कूष्माण्डे भवनाशिनीम्। हसलकरीं नेत्रथ, हसरौश्च ललाटकम्॥ कौमारी पातु सर्वगात्रे वाराही उत्तरे तथा। पूर्वे पातु वैष्णवी इन्द्राणी दक्षिणे मम। दिग्दिध सर्वत्रैव कूं बीजं सर्वदावतु॥ माँ कुष्मांडा देवी स्तोत्र | 4th Navratre Kushmanda Devi Stotraमाता सिद्धिदात्री देवी कवच | Mata Siddhidatri Devi Kavachमाता कात्यायनी देवी कवच | Katyayani Devi Kavachमाता चंद्रघंटा देवी कवच | Mata Chandraghanta Devi Kavachमाता महागौरी देवी कवच | Mata Mahagauri Devi Kavachमाता कालरात्रि देवी कवच | Mata Kaalratri Kavach