श्रीराम प्रभु के जीवन की सबसे बड़ी सीख है कि किस प्रकार संघशक्ति द्वारा बुराई पर अच्छाई की, अधर्म पर धर्म की जीत संभव है । श्रीराम हमें प्रत्येक परिस्तिथि में जीना सिखाते हुए मर्यादा पूर्ण जीवन जीने की सीख देती है ।

निचे लिखा हुआ श्लोक बहुत ही सुन्दर और प्रभु के चरणों में बंधना है | आप अपने प्रभु राम की शरण में है |

लोकाभिरामं रणरङ्गधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम् ।
कारुण्यरुपं करुणाकरंतं श्रीरामचंद्रं शरणं प्रपद्ये ॥

श्लोक का अर्थ : मैं सम्पूर्ण लोकों में सुन्दर तथा रणक्रीडा में धीर, कमलनेत्र, रघुवंश नायक, करुणा की मूर्ति और करुणा के भण्डार रुपी श्रीराम जी की शरण में हूं |


यह भी जरूर पढ़े:-


FAQs

  1. श्री राम जिंदगी जीने की हमें क्या सिख देते है?

    श्रीराम हमें प्रत्येक परिस्तिथि में जीना सिखाते हुए मर्यादा पूर्ण जीवन जीने की सीख देती है ।

  2. जय श्री राम नाम क्यों लिया जाता है?

    राम नाम बहुत पवित्र माना जाता है राम नाम से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है

  3. राम नाम कितनी बार लेना चाहिए?

    राम नाम 108 बार जपना चाहिए

lokabhiramam ranrang dirham meaning

लोकाभिरामं रणरङ्गधीरं PDF


Leave a comment