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श्री नृसिंह अष्टकम | Narsingh Ashtakam
श्री नृसिंह अष्टकम श्री नृसिंह अष्टकम ध्यायामि नरसिम्हक्यं ब्रह्म वेदन्तगोचारं । भवाब्धि तरनोपयं संख चाकर धरं परम् || १ || नीलं रामं चा परिभूय कृपा रसेन