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श्री नवग्रह चालीसा | Navgrah Chalisa
नवग्रह चालीसा श्री नवग्रह चालीसा ॥ दोहा॥ श्री गणपति ग़ुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय , नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय जय, जय रवि शशि सोम बुध, जय गुरु भृगु