श्री धन्वंतरी स्तोत्र ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः । सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम ॥ कालाम्भोदोज्ज्वलांगं कटितटविलसच्चारूपीतांबराढ्यम । वन्दे धन्वंतरिं तं निखिलगदवनप्रौढदावाग्निलीलम ॥ श्री कार्तिकेय स्तोत्र | Sri Kartikeya Stotramश्री वेंकटेश्वर वज्र कवच स्तोत्र | Venkateswara Vajra Kavacha Stotramश्री गणेश पञ्चरत्नं स्तोत्र | Sri Ganesha Pancharatnam Stotramश्री नरसिंह प्रपत्ति स्तोत्र | Narasimha Prapatti Stotramमाँ भुवनेश्वरी स्तोत्र | Bhuvaneshwari Stotramश्री कृष्ण स्तोत्र | Sri Krishna Stotram1 SharesShareTweetSharePin1