श्री हनुमत प्रोक्ता मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र

श्री हनुमत प्रोक्ता मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र

श्री हनुमत प्रोक्ता मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र तिरश्चामपि चारातिसमवायं समेयुषाम् ।  यतः सुग्रीवमुख्यानां यस्तमुग्रं नमाम्यहम् ॥ १ ॥     सकुदेव …

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