श्री चतुर्भुज जगन्नाथ आरती|Jagannath Aarti
चतुर्भुज जगन्नाथकंठ शोभित कौसतुभः ॥ पद्मनाभ, बेडगरवहस्य,चन्द्र सूरज्या बिलोचनः जगन्नाथ, लोकानाथ,निलाद्रिह सो पारो हरि दीनबंधु, दयासिंधु,कृपालुं च रक्षकः कम्बु पानि, …
चतुर्भुज जगन्नाथकंठ शोभित कौसतुभः ॥ पद्मनाभ, बेडगरवहस्य,चन्द्र सूरज्या बिलोचनः जगन्नाथ, लोकानाथ,निलाद्रिह सो पारो हरि दीनबंधु, दयासिंधु,कृपालुं च रक्षकः कम्बु पानि, …
श्री जगन्नाथ अष्टकम श्री जगन्नाथ अष्टकम में भगवान जगन्नाथ की स्तुति में आठ श्लोक हैं। जगन्नाथ अष्टकम गीत पढ़ने से …