गुप्त नवरात्रि का पर्व आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित माना गया है। गुप्त नवरात्रि में सात्विक और तांत्रिक पूजा की जाती है।

गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक महाविद्याओं को भी सिद्ध करने के लिए मां दुर्गा की उपासना की जाती है।

गुप्त नवरात्रि में प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।

माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि प्रारंभ होते हैं, जिनका समापन नवमी तिथि को होता है।

इस साल माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 22 जनवरी 2023 से होगी। इसका समापन 30 जनवरी 2023 को होगा।

माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 जनवरी 2023 को रात 02 बजकर 22 मिनट पर आरंभ होगी। जो कि 22 जनवरी को रात 10 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगी।

गुप्त नवरात्रि में मां कालिके, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता चित्रमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां धूम्रवती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है।

माघ मास के गुप्त नवरात्रि के लिए घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक है। अभिजीत मुहूर्त की अवधि 43 मिनट है।

10 महाविद्या

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