

खुद पर मेरा है विश्वास, प्रभु श्री राम पे रखता हूँ आस्था,
मुझको नहीं चिंता किसी बात की, प्रभु श्री राम दिखाएंगे रास्ता।।

हुंकार भरे गगन सारा, समुंदर छोड़े अपना किनारा,
काँपे धरती काँपे अम्बर, जब गूंजे जय श्री राम का नारा ।।

शस्त्र कौशल में पारंगत है, और शास्त्र की वाणी में धार है,
फिर भी कमल हृदय शांत सा, क्यूंकि ये श्री राम के संस्कार है।।

राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं

मंगल भवन अमंगल हारी,धुर्वे दशरथ अचर बिहारी,
राम, सिया राम, सिया राम जय जय राम

लागी प्रीत राम संग,अब तो हुआ मन मगन
नहीं चाहा कुछ पाने की,जो पाया मैं राम संग। ।