संतोषी माता चालीसा | Santoshi Maa Chalisa
संतोषी माता की चालीसा दोहा बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार। ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार॥ …
संतोषी माता की चालीसा दोहा बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार। ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार॥ …
शिव चालीसा दोहा श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ …
“मैं तो वैरागी हूँ , न सम्मान का मोह , न अपमान का भय।” मैं तो बैरागी हूँ न सम्मान …