काली पंच बाण स्तोत्र | Kali Panch Baan Stotra

माँ महाकाली के काली पंच बाण स्तोत्र को “काली पंच बाण” के नाम से भी जाना जाता है। जब भी रोजगार संबंधी कोई समस्या हो तो काली पंच बाण स्तोत्र का 11 बार सुबह और 11 बार शाम को जाप करें। यह अपने आप में एक सिद्ध मंत्र है इसलिए इसे सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है और न ही किसी बड़े भारी विधान की आवश्यकता है।

प्रथम बाण

ॐ नमः काली कंकाली महाकाली
मुख सुन्दर जिए ब्याली
चार वीर भैरों चौरासी
बीततो पुजू पान ऐ मिठाई
अब बोलो काली की दुहाई।

द्वितीय बाण

ॐ काली कंकाली महाकाली
मुख सुन्दर जिए ज्वाला वीर वीर
भैरू चौरासी बता तो पुजू पान मिठाई।

तृतीय बाण

ॐ काली कंकाली महाकाली
सकल सुंदरी जीहा बहालो
चार वीर भैरव चौरासी
तदा तो पुजू पान मिठाई
अब बोलो काली की दुहाई।

चतुर्थ बाण

ॐ काली कंकाली महाकाली
सर्व सुंदरी जिए बहाली
चार वीर भैरू चौरासी
तण तो पुजू पान मिठाई
अब राज बोलो
काली की दुहाई।

पंचम बाण

ॐ नमः काली कंकाली महाकाली
मख सुन्दर जिए काली
चार वीर भैरू चौरासी
तब राज तो पुजू पान मिठाई
अब बोलो काली की दोहाई।

।। इति श्री काली-पंचम समाप्तं ।।

काली पंच बाण स्तोत्र
काली पंच बाण स्तोत्र