शंकर भगवान की स्तुति
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आशुतोष सशाँक शेखर चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू कोटि नमन दिगम्बरा,
निर्विकार ओमकार अविनाशी तुम्ही देवाधि देव ,
जगत सर्जक प्रलय करता शिवम सत्यम सुंदरा ,
निरंकार स्वरूप कालेश्वर महा योगीश्वरा ,
दयानिधि दानिश्वर जय जटाधार अभयंकरा,
शूल पानी त्रिशूल धारी औगड़ी बाघम्बरी ,
जय महेश त्रिलोचनाय विश्वनाथ विशम्भरा,
नाथ नागेश्वर हरो हर पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले सदा शिव शिव संकरा,
जगत पति अनुरकती भक्ति सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब जय जयति जगदीश्वरा,
जनम जीवन जगत का संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन जपता रहे पञ्चाक्षरा,
आशुतोष सशाँक शेखर चन्द्र मौली चिदम्बरा,
कोटि कोटि प्रणाम संभु कोटि नमन दिगम्बरा,
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FAQs
<strong>शिव स्तुति का पाठ पढ़ने से क्या होता है?</strong>
सोमवार के दिन भगवान शिव की स्तुति का पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शिव स्तुति का पाठ सुनने से भी इच्छित फलों की प्राप्ति होने की मान्यता है।
<strong>शीघ्र विवाह के लिए शिवलिंग की पूजा कैसे करे?</strong>
शिवलिंग के आगे ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः, मंत्र का पांच माला जाप करें. शिव-पार्वती की एक साथ पूजा करने से भी विवाह से संबंधित इच्छा पूरी हो सकती हैं।
<strong>शिव जी की भक्ति कैसे करें?</strong>
शिवलिंग पर धतूरा, भांग, बेलपत्र, चंदन, चावल चढ़ाएं और शिवजी जी को तिलक लगाएं. धूप, दीप जलाये सच्चे मन से उनकी पूजा-अर्चना करें